भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में हार गई। इंदौर के होलकर स्टेडियम में कंगारू टीम ने नौ विकेट से मैच को अपने नाम कर लिया। दूसरी पारी में उसे जीत के लिए 76 रन का लक्ष्य मिला। मैच के तीसरे दिन (शुक्रवार) को ऑस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर 78 रन बनाकर सीरीज के अंतर को कम कर दिया। भारत मुकाबले से पहले 2-0 से आगे था। अब उसके पास 2-1 की बढ़त है।
कोई भी टीम 200 रन का आंकड़ा नहीं छू सकी
भारत ने पहली पारी में 109 रन बनाए थे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने 197 रन बना लिए थे। उसे 88 रनों की बढ़त मिली थी। इसके बाद भारतीय टीम दूसरी पारी में 163 रन पर ऑलआउट हो गई। उसने 75 रन की बढ़त बनाई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 76 रन का लक्ष्य मिला था। जवाब में कंगारू टीम ने 18.5 ओवर में एक विकेट पर 78 रन बनाकर मैच को जीत लिया।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए भारत को करना होगा इंतजार
ऑस्ट्रेलिया की टीम इस जीत के बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है। भारतीय टीम अगर यह मैच जीत जाती तो फाइनल में पहुंच जाती, लेकिन अब उसे इंतजार करना होगा। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल इंग्लैंड के ओवल में सात से 11 जून तक खेला जाएगा। अब उसे चौथे टेस्ट में जीत हासिल करनी होगी, नहीं तो श्रीलंका-न्यूजीलैंड के बीच मैच के नतीजों पर निर्भर रहना होगा।
नाथन लियोन बने प्लेयर ऑफ द मैच
ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के लिए यह टेस्ट मैच यादगार रहा। उन्होंने पहली पारी में तीन तो दूसरी पारी में आठ विकेट झटक लिए। मैच में 11 विकेट लेने के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया। उन्होंने दूसरी पारी में ज्यादा खतरनाक गेंदबाजी की। लियोन ने रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, रवींद्र जडेजा, केएस भरत, रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज को आउट किया। लियोन ने भारतीय टीम को बड़ी बढ़त नहीं लेने दी। इससे ऑस्ट्रेलिया को कम रनों का लक्ष्य मिला।
दूसरी पारी में नहीं चले भारतीय गेंदबाज
दूसरी पारी में टीम इंडिया के फैंस को उम्मीद थी कि रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल की तिकड़ी मैच को रोमांचक बनाएगी। अश्विन ने पहले ओवर में विकेट लेकर सनसनी जरूर मचाई, लेकिन उसके बाद मार्नश लाबुशेन और ट्रेविस हेड ने मोर्चा संभाल लिया। दोनों ने भारतीय गेंदबाजों को विकेट के लिए तरसाया। हेड 49 और लाबुशेन 28 रन बनाकर नाबाद रहे। ख्वाजा के बल्लेबाज से एक भी रन नहीं निकला।
चेतेश्वर पुजारा ने बचाई लाज
भारत के लिए इस मैच में सिर्फ चेतेश्वर पुजारा का बल्ला चला। पहली पारी में तो विराट कोहली और शुभमन गिल ही 20 रन के आंकड़े को छू पाए। कोहली ने 22 और शुभमन ने 21 रन बनाए। टीम इंडिया 107 रनों पर सिमट गई। दूसरी पारी में जब सबको भारत के दिग्गज बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी तो एक के बाद एक खिलाड़ी पवेलियन लौटते गए। पुजारा ने ही भारत का सम्मान बचाया। उन्होंने दूसरी पारी में 59 रन बनाकर भारत को पारी की हार से बचा लिया।