वर्ष प्रतिपदा पर हजारों स्वयं सेवकों ने किया नगर में पथ संचलन।
वर्ष प्रतिपदा के पूर्व संध्या पर मंगलवार को नगर के लालडिग्गी स्थित लायंस मैदान में भगवा ध्वज आरोहण कर नगर में पथ संचलन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। हजारों स्वयं सेवक भारत माता की जय और वंदे मातरम का उद्घोष करते हुए चल रहे थे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्व का कल्याण भारतीय संस्कृति से ही संभव है और कोई भी संस्कृति विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवकों ने सनातन सभ्यता एवं संस्कृति की छाप छोड़ी है और निरंतर परिवर्तन के रूप मे उसका असर दिखाई दे रहा है। हम भारतीय नववर्ष मनाते हैं, लेकिन अंग्रेजी का विरोध नहीं करते। जब भारतीय नववर्ष सर्वव्यापी हो जाएगा, तो शेष स्वतः गौण हो जाएंगे, ऐसा परिवर्तन देश के अंदर आ गया है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व को शिक्षा देने के लिए भारत का नौजवान आगे बढ़ रहा है। योग आयुर्वेद ही नहीं, हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रचार भी पूरी दुनिया में हो रहा है। आज स्वामी विवेकानंद का सपना- "जगत जननी भारत माता विश्व के सिंहासन पर विराजमान हैं और पूरे दुनिया की शक्ति नतमस्तक हो रही है" यह न सिर्फ पूरा होता, बल्कि चार कदम आगे पूरा होता दिख रहा है।
इस अवसर पर मंचासीन विभाग संघचालक तिलकधारी जी, जिला संघचालक शरद चंद्र जी रहे। प्रांत घोष प्रमुख मिलन जी, प्रांत बौद्धिक प्रमुख कुलदीप जी, सह विभाग प्रमुख धर्मराज जी, विभाग कार्यवाह सच्चिदानंद जी, विभाग प्रचारक प्रतोश जी, सह जिला संघचालक अशोक सोनीजी, जिला कार्यवाह चंद्रमोहन जी, जिला प्रचारक धीरज जी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 राजकुमार भारती (ऑर्थो सर्जन ट्रामा सेंटर) ने किया।
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