CJI: कोरोना ने न्यायपालिका को आधुनिक तरीके अपनाने के लिए किया मजबूर, कार्यक्रम में बोले सीजेआई

सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारा लक्ष्य अब न्यायिक संस्थानों को विकसित करना होना चाहिए और सक्रिय निर्णय लेने के लिए एक और महामारी की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए।

Mar 10, 2023 - 18:32
Mar 10, 2023 - 18:47
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CJI: कोरोना ने न्यायपालिका को आधुनिक तरीके अपनाने के लिए किया मजबूर, कार्यक्रम में बोले सीजेआई

कोरोना काल में डिजिटल संसाधनों ने काफी हद तक लोगों की मुश्किलें आसान कर दी थीं, जहां तक कि कोर्ट ने मुकदमों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देखा। वहीं सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी ने न्यायपालिका को न्याय प्रदान करने के लिए आधुनिक तरीके अपनाने के लिए मजबूर किया।

एक और महामारी की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए
साध ही उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अब न्यायिक संस्थानों को विकसित करना होना चाहिए और सक्रिय निर्णय लेने के लिए एक और महामारी की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के सर्वोच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों की 18वीं बैठक में बोलते हुए चंद्रचूड़ ने महामारी की शुरुआत के साथ भारतीय न्यायपालिका द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला।

महामारी ने आधुनिक तरीकों को अपनाने के लिए मजबूर किया
मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि महामारी के बाद से भारत में जिला अदालतों ने एक करोड़ से अधिक मामलों, उच्च न्यायालयों ने 70 लाख से अधिक मामलों की सुनवाई की, जबकि उच्चतम न्यायालय ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 3,79,954 मामलों की सुनवाई की। इससे निष्कर्ष निकलता है महामारी ने न्यायिक प्रणाली को न्याय प्रदान करने के लिए आधुनिक तरीकों को अपनाने के लिए मजबूर किया। 

उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों ने भी महामारी के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन के क्षेत्रों की सक्रिय रूप से निगरानी की। सुप्रीम कोर्ट 10 मार्च से 12 मार्च तक यहां एससीओ सदस्य देशों के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों की 18वीं बैठक की मेजबानी कर रहा है, ताकि उनमें न्यायिक सहयोग विकसित किया जा सके। 

एससीओ के सदस्यों में चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया एससीओ पर्यवेक्षकों का गठन करते हैं जबकि आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया और नेपाल एससीओ संवाद भागीदार हैं। 

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