विश्व जल दिवस पर जल जागरूकता गोष्ठी का आयोजन
विश्व जल दिवस के अवसर पर बुधवार की शाम नगर के गंगेश्वरनाथ में बुधवार की देर शाम जागरूकता अभियान का अयोजन किया गया। एलईडी स्क्रीन पर जल बचाओ के बारे में वीडियो स्क्रिप्ट प्रदर्शित कर लोगों को जल समस्या से अवगत कराते हुए इसे सुरक्षित रखने की अपील किया गया। तत्पश्चात "जल" विषयक काव्य गोष्ठी के उपस्थित लोगों को पानी बचाने के लिए जागरुक किया गया। शुभारंभ कवि राजेन्द्र मिश्र 'ज्योति' के सरस्वती बंदना 'कैसा समय आ गया पनघट गागर सून, घर-घर पानी आ रहा करके टेलीफून से हुआ। अनवर अली अनवर ने बोतल का पानी गंगा तट के लोग, अमृत को विष कर दिए कैसा है संयोग सुनाया। अंबिका गुप्ता ने पानी ही जिंदगी है बूंद बूंद पानी को बचाएं, बंद करो अपने-अपने नलों की टोटी, वरना रह जाओगे प्यासे, जयप्रकाश जय ने जल जीवन अनमोल सकारात्मक जगाना होगा, आंदोलन का रूप बनाकर मुख्य रूप से आना होगा, सुरेंद्र मिश्र अंकुर ने पानी बिन जिंदगी नहीं मर्यादा इसकी बची ही होगी, आने वाला है बड़ा जल संकट सुहानी बात बतानी होगी, संचालन सुरेंद्र मिश्र अंकुर ने किया। इस दौरान पूर्व प्रधानाचार्य मेजर कृपाशंकर सिंह एवं नंद किशोर तिवारी, अवधेश कुमार वर्मा, अखिलेश पांडेय, डा0 श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, ब्रम्हाकुमारी तारा बहन, माला बहन, प्रमोद सिंह आदि सहित श्रोतागण मौजूद रहे। कार्यक्रम आयोजक अफसर अली अफसर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य पानी की कमी और अनावश्यक उपयोग के कारण जल की बरबादी को रोकना है। बढ़ती आबादी औरब ढ़ते औद्योगिकीकरण के कारण पानी की खपत बढ़ रही है। पानी की बचत आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। इसे भविष्य के लिए बचाना होगा। लोगों को संकल्प पत्र के माध्यम से जल की सुरक्षा हेतु प्रतिबद्ध होने का आवाह्न किया गया।
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