देश के आत्म निर्भर और विकसित होने के लिए चुनार का विकसित होना जरूरी - अनुप्रिया पटेल

हस्त शिल्प मंत्रालय की ओर से एक दिवसीय विपणन कार्यशाला एवं सेमिनार का हुआ आयोजन
यह हमारी आध्यात्मिक एवं धार्मिक नगरी है, दुर्ग के बारे में हमेशा सोचती हूं। इसमें विविधताओं का दर्शन होता है। यह बातें कार्यालय विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विपणन सेवा एवं सहयोग योजना के अंतर्गत आयोजित एक दिवसीय विपणन कार्यशाला एवं सेमिनार में शनिवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि यहां भ्रमण में चिंतन किया तो मन में आया कि यहां (चुनार में) जो छिपा है उसे देश और दुनिया के सामने लाना चाहिए उसमें यहां का दुर्ग प्रथम है। यहां और बड़ी संख्या में पर्यटकों को लाया जा सकता है उसी प्रयासों की श्रृंखला में उत्तर प्रदेश सरकार की "एडाप्टेड हेरिटेज" योजना में दुर्ग को सम्मिलित करवाया जिसके तहत हम दुर्ग को कैसे आकर्षण का केंद्र बनाएं प्रयास जारी है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की सोच है कि आजादी के अमृतकाल में हमारा देश विकासशील की श्रेणी से बाहर निकलकर आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत बने। उन्होंने कहाकि 200 सालों तक अंग्रेजों के अधीन रहने के बाद भी हमारा देश आज विश्व की 5वीं बड़ी अर्थ व्यवस्था के मुकाम पर है। उन्होंने कहा कि आजादी के 100 साल पूरे होने पर वर्ष 2045 तक विकसित और आत्म निर्भर भारत की सोच के लिए आत्म निर्भर चुनार होना जरूरी है इसके लिए मैं पूरा प्रयास कर रही हूं। उसी दिशा में चुनार की विशिष्ट पहचान मिट्टी के बर्तन एवं खिलौनों के विकास के लिए यह कार्यशाला आयोजित है।
विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद रामसकल ने कहा कि चुनार का चीनी मिट्टी के बर्तन के तकनीकी विकास की जरूरत है साथ ही अहरौरा में बनने वाले लकड़ी के खिलौनों का व्यवसाय के बारे में भी सोचने की जरूरत है। इलेक्ट्रिक चाक प्रदान करने हेतु तैयार 101 लाभार्थियों में से सुरेश प्रसाद, शमशेर बहादुर, कल्लू राम सहित 5 शिल्पियों को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इलेक्ट्रिक चाक प्रदान किया।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय निदेशक लखनऊ (हस्तशिल्प) वीरेंद्र कुमार ने विभाग के पहचान कार्ड, मिट्टी के बर्तन की मार्केटिंग और उनके आय में वृद्धि के लिए आवश्यक जानकारी दी। पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा ने चीनी पात्र विकास निगम की खाली पड़ी जमीन पर कामन फेसिलिटी सेंटर के निर्माण कराकर उद्यमियों को लाभान्वित किए जाने की मांग उठाया। प्रमोद कुमार श्रीवास्तव मार्केटिंग एंड टेक्निकल एक्सपर्ट ने उद्यमियों को उत्पाद के भौगोलिक संकेत (जी0आई0) टैगिंग के महत्ता पर विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान अब्दुल्ला उप निदेशक हस्तशिल्प, गोपेश वर्मा, रोहनिया विधायक डा0 सुनील पटेल, मेजर कृपाशंकर सिंह, अनिल सिंह, इं0 राम लौटन बिंद, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रेखा वर्मा, रेनू श्रीवास्तव, अवधेश वर्मा, बचाऊ लाल सेठ, आलोक श्रीवास्तव, भगवान दास प्रजापति, मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में हस्त शिल्पी, भाजपा व अपना दल एस कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हरिशंकर सिंह ने एवं आभार प्रकाश हस्तशिल्प विभाग के गोपेश वर्मा ने किया।
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